केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि 2019 के पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकवादियों पर हवाई हमले के जरिए भारत को कड़ा जवाब देने की जरूरत थी, क्योंकि इसने भारत के प्रति दुनिया का नजरिया बदल दिया.
अमित शाह यह बयान जम्मू-कश्मीर में हुए हमले की छठी बरसी के मौके पर आया है, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. पुलवामा हमले के कुछ दिनों बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर हवाई हमला किया था.
देहरादून में 38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे. बाद में हवाई हमले से दुनिया भर के आतंकवादियों को संदेश गया कि भारत की सीमाओं और उसकी सेना को हल्के में नहीं लिया जा सकता.
आतंकियों को दिया करारा जवाब
गृह मंत्री ने कहा कि उनके मारे जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर एयर स्ट्राइक की और आतंकियों को करारा जवाब दिया.
#WATCH | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami felicitates Union Home Minister Amit Shah at the closing ceremony of the 38th National Games in Haldwani pic.twitter.com/ksVWowMAlW
— ANI (@ANI) February 14, 2025
उन्होंने कहा कि इससे दुनिया का भारत के प्रति नजरिया बदला है और दुनिया भर के आतंकियों को यह संदेश गया है कि वे भारत की सीमाओं और उसकी सेना के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते. मैं आज के दिन शहीद हुए 40 जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि देता हूं.
पुलवामा में शहीदों को दी श्रद्धांजलि
इससे पहले गृह मंत्री ने एक्स को लिखा कि मैं कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से वर्ष 2019 में आज के दिन पुलवामा में हुए कायराना आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि देता हूं.
साल 2019 में आज के ही दिन पुलवामा में हुए कायराना आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए जवानों को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।
आतंकवाद समूची मानव जाति का सबसे बड़ा दुश्मन है और इसके खिलाफ पूरी दुनिया संगठित हो चुकी है। चाहे सर्जिकल स्ट्राइक हो या…
— Amit Shah (@AmitShah) February 14, 2025
उन्होंने लिखा किआतंकवाद पूरी मानव जाति का सबसे बड़ा दुश्मन है और पूरा विश्व इसके खिलाफ एकजुट है. चाहे सर्जिकल स्ट्राइक हो या एयर स्ट्राइक, मोदी सरकार आतंकवादियों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के साथ अभियान चलाकर उनका समूल नाश करने के लिए कृतसंकल्पित है.
