नई दिल्ली: दिल्ली विधान सभा चुनावों से पहले दिल्ली पुलिस ने बीते 16 दिनों में द्वारका,संगम विहार,जहांगीरपुरी आदि इलाकों में कारों से पांच करोड़ 29 लाख 36 हजार दो सौ 45 रुपए बरामद किए हैं।इस जब्त रकम में लूटी,चोरी आदि की भी रकम मौजूद है। कारों से जब्त करोड़ों रुपए की रकम जो जब्त की गई है। वह किसकी है,किसको देनी थी,किसके कहने पर कहां पर देनी थी।
दिल्ली/एनसीआर के 5 सौ से ज्यादा आंगड़ियों पर नजर इस नेटवर्क के बारे में जानकारी नहीं होने से पुलिस अधिकारियों को भी शक है कि यह रकम हवाला की हो सकती है। जिसका इस्तेमाल दिल्ली विधानसभा चुनावों में वोटरों को लुभाने के लिये किया जाना होगा। इसको लेकर अब रकम के साथ पकड़े गए आरोपियों से भी सख्ती से पूछताछ की जा रही है।
जब्त रकम के असली मालिक तक पहुंचने की कोशिश में दिल्ली पुलिस हवाला कारोबारियों से आने वाली रकम को जब्त करने के लिये जिलास्तर पर विशेष रूप से दूसरे राज्यों की कारों की विशेष रूप से जांच की जा रही है। मामले में पुलिस साइबर क्रॉइम टीमों की भी सहायता लेकर ऐसे लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, जो गैरकानूनी तरीके से पैसे को दिल्ली में भेजकर निष्पक्ष चुनाव करवाने में बांधा पैदा करने की कोश्शि कर रहे हैं। इसके अलावा हवाला का काम करने वाले और संदिग्ध बैंक खातों पर भी नजर रखी जा रही है। एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली ही नहीं बल्कि दूसरे शहरों के हवाला कारोबारियों की गतिविधियों पर नजर रखे जाने के लिए उनके फोन नंबरों आदि पर निगाह रखने के लिए ह्यूमेन सोर्स की सहायता ली जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुछ अंतर्राज्यीय सुरक्षा मीटिंग में भी इस तरह की बातों को सांझा भी किया जाता रहा है। दिल्ली में चांदनी चौक, करोल बाग आदि ऐसी बड़ी बाजारों में पांच सौ से ज्यादा आंगड़ियां सक्रिय हैं जो हर रोज दिल्ली से करोड़ों रुपए इधर से उधर करते हैं।
ऐसे हवाला के जरिए होता है कारोबार हवाला से जुड़े लोगों का कहना है कि अंजान पर भरोसा करके करोड़ों रुपए को सरकारी एजेंसियों से छिपते-छिपाते अपने अंजान ठिकाने पर सुरक्षित भेजने को ही हवाला कहते हैं। आपने पैसा अंजान को दे दिया, बस एक कोड पर, वो अगर वो सही ठिकाने पर चला गया तो ठीक नहीं तो चुपचाप होकर उसका गम ही मनाते रहो। जिसकी कोई जानकारी पुलिस को भी नहीं दे सकते हैं। सिर्फ भरोसे के बल पर चलने वाला ये कारोबार करोड़ों-अरबों रुपए के लेनदेन को बहुत तेजी से और बिना किसी झोलझाल के निपटाता है। ये कारोबार पूरी तरह से भरोसे, कम से कम दो एजेंट और उनके नेटवर्क पर काम करता है, जिनके एजेंट हर शहर में सक्रिय हैं और उनका काम सिर्फ हवाला की रकम को एक जगह से दूसरी जगह पर भेजनी होती है, जिसमें उनको मोटी रकम भी मिलती है।
