इनकम टैक्स का नाम सुनते ही अच्छे-अच्छों के पसीने छूट जाते हैं, है ना? देश भर में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट यानी आयकर विभाग टैक्स चोरी करने वालों पर पैनी नज़र रखता है और लगातार अपने सिस्टम को भी अपडेट कर रहा है। कहीं से भी टैक्स चोरी की भनक लगते ही विभाग जांच-पड़ताल करके देश का पैसा बचाने में जुट जाता है।
जब पड़ा देश का सबसे बड़ा छापा!
हाल ही में आयकर विभाग ने एक ऐसी रेड मारी है, जो अब तक की देश की सबसे बड़ी टैक्स चोरी पकड़ने वाली रेड बन गई है। इस ज़बरदस्त कार्रवाई को अंजाम देने वाले इनकम टैक्स अफसरों को सरकार ने सम्मानित भी किया है। चलिए जानते हैं कैसे 10 दिन तक चली इस छापेमारी (Income Tax Raid) में अधिकारियों को ‘धन कुबेर’ का असली खज़ाना हाथ लगा।
रेड का नाम सुनते ही छूट जाते हैं पसीने
ये तो सच है कि इनकम टैक्स रेड का ख़याल ही बड़े-बड़े अमीरों को डरा देता है। विभाग समय-समय पर टैक्स में गड़बड़ी के शक में छापे मारता रहता है और कई बार बड़ी सफलता भी हाथ लगती है।
क्या-क्या मिलता है रेड में?
जब इनकम टैक्स वाले रेड मारते (Income Tax Raid) हैं, तो पूरी प्लानिंग और सावधानी के साथ कार्रवाई करते हैं। इस दौरान बड़ी मात्रा में कैश (नकद), सोना-चांदी, और दूसरे कीमती सामान बरामद किए जाते हैं। ये सब वो पैसा या संपत्ति होती है जिस पर टैक्स नहीं चुकाया गया होता। विभाग कानून के दायरे में रहकर टैक्स चोरों को सबक सिखाता है।
भारत के इतिहास की सबसे बड़ी इनकम टैक्स रेड
वैसे तो इनकम टैक्स विभाग ने कई बड़ी रेड की हैं, लेकिन ये वाली रेड कुछ ख़ास थी। इसमें इतना पैसा मिला कि रिकॉर्ड बन गया! पूरे दस दिन तक ये छापेमारी चली और नोट गिनते-गिनते अफसर और बैंक कर्मचारी तक थक गए। ऐसा लग रहा था मानो किसी ‘धन कुबेर’ के खजाने की गिनती चल रही हो!
कितना कैश मिला? गिनने वाले भी थक गए!
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 21 अगस्त (संभवतः पिछले वर्ष का उल्लेख है) को इस सबसे बड़ी रेड (Income Tax Raid) को अंजाम देने वाली टीम को सम्मानित किया था। ये रेड ओडिशा में एक शराब बनाने वाले ग्रुप (डिस्टिलरी समूह) पर की गई थी। इस रेड में पूरे ₹351.8 करोड़ (साढ़े तीन सौ करोड़ से भी ज़्यादा!) नकद बरामद हुए। जी हाँ, सिर्फ कैश!
इन अफसरों को मिला सम्मान
जब आयकर विभाग के 165 साल पूरे हुए, तो एक कार्यक्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भुवनेश्वर में आयकर जांच के प्रमुख निदेशक एस. के. झा और अतिरिक्त निदेशक गुरप्रीत सिंह के नेतृत्व वाली पूरी टीम (Income Tax Raid) को उनकी इस कामयाबी के लिए सम्मानित किया।
10 दिन चली रेड, 3 दर्जन नोट गिनने की मशीनें मंगवाईं!
सोचिए ज़रा! ये तलाशी अभियान पूरे 10 दिन तक चला। ₹351.8 करोड़ कैश मिलना किसी भी सरकारी एजेंसी द्वारा एक ही ऑपरेशन में की गई अब तक की सबसे बड़ी कैश बरामदगी है। इतने सारे नोट गिनने के लिए तीन दर्जन (36) नोट गिनने की मशीनें मंगवानी पड़ीं और बैंकों से कर्मचारियों को बुलाना पड़ा।
ज़मीन की भी हुई स्कैनिंग!
इस रेड (Income Tax Raid) के दौरान शक होने पर ज़मीन के नीचे कुछ छिपा होने की आशंका में स्कैनिंग व्हील वाली मशीनों से ज़मीन की जांच भी की गई, ताकि अगर कोई कीमती सामान दबाया गया हो तो पता चल सके।
आगे भी नज़र है टैक्स चोरों पर!
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अभी रुका नहीं है। ख़बरों के मुताबिक, विभाग लगभग 5000 बड़े मामलों पर नज़र रखे हुए है, जिनसे करीब ₹43 लाख करोड़ की टैक्स रिकवरी की जानी है। यानी टैक्स चोरी करने वालों की आगे भी खैर नहीं!
