नई दिल्ली: पहलगाम में आतंकी हमले के बाद कड़े कदम उठाते हुए पाकिस्तान के खिलाफ पांच बड़े फैसले किए गए हैं। पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया, सभी पाक नागरिकों के वीजा रद्द कर उन्हें 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने को कहा गया है।
अटारी-वाघा सीमा को बंद कर दिया गया है। पाक उच्चायोग के सभी रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को 7 दिन के भीतर देश छोड़ने को कहा है।
सरकार के बड़े फैसले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने फैसलों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि 1960 की सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से स्थगित की जाती है, जब तक कि पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद के लिए अपना समर्थन बंद नहीं कर देता। अटारी एकीकृत जांच चौकी को भी तत्काल प्रभाव से बंद करने का फैसला किया गया है। पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित (पर्सोना नॉन ग्राटा) घोषित किया गया है। सरकार ने यह भी तय किया है कि टस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा/नो सेना/वायु सलाहकारों को वापस बुलाया जाएगा। सीसीएस ने फैसला किया पाकिस्तानी नागरिकों को दक्षेस वीज़ा छूट योजना (एसवीईएस) वीज़ा के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए किसी भी एसवीईएस वीजा को रद माना जाएगा। एसवीईएस वीजा के तहत वर्तमान में भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे हैं।
पाक पीएम ने आज राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाई पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के फैसलों के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुला ली है। यह बैठक आज होगी। इस बीच पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने पहलगाम की घटना में पाकिस्तान की किसी भी भूमिका से इनकार किया है। पाकिस्तान ने अपनी सेनाओं को अंत्यंत सतर्कता बरतने को कहा है।
