छपरा। लोकसभा चुनाव (Election) के दौरान बिहार (Bihar) की राजनीति (Politics) में भागमदौड़ जारी है। हाल ही में जदयू (JDU) और आरजेडी (RJD) के अलग होने के बाद से अब नेता एक दल को छोड़ कर दूसरे दल में जाने को तैयार हैं। अब आरजेड़ी प्रमुख लालू यादव के करीबी प्रभुनाथ सिंह के बेटे रणधीर सिंह ने पार्टी को छोड़ने का फैसला कर लिया है।
जानकारी सामने आ रही है कि लालू यादव परिवार के करीबी रणधीर सिंह जल्द ही जदयू की सदस्यता ले सकते हैं। रणधीर सिंह 14 मई को नीतीश कुमार की पार्टी में शामिल हो सकते हैं। बिहार की राजनीति में सियासी घमासान जारी है। रणधीर की आरजेड़ी छोड़ने का कारण भी उन्हें लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलना बताया जा रहा है।
महाराजगंज सीट
जानकारी के अनुसार आरजेड़ी से रणधीर सिंह को टिकट नहीं मिलने से वह नाराज चल रहे थे। जिसके बाद उन्होंने आरजेड़ी को छोड़ने का फैसला कर लिया है। बिहार की महाराजगंज सीट से रणधीर चुनाव लड़ने की आरजेड़ी से अपनी इच्छा जता चुके थे, अब इस सीट से आरजेड़ी और कांग्रेस के बीच गठबंधन होने से कांग्रेस के प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारा गया है।
आरजेड़ी प्रमुख लालू यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले प्रभुनाथ सिंह के पुत्र रणधीर सिंह लंबे समय से पार्टी में अपनी सेवायें दे रहे थे। बता दें कि आरजेड़ी के नेता रहे प्रभुनाथ सिंह फिलहाल आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। बिहार की राजनीति में प्रभुनाथ सिंह और लालू यादव के परिवारिक रिश्ते पहले भी सुर्खियों में रहे। अब प्रभुनाथ सिंह के पुत्र रणधीर सिंह आरजेड़ी से अपने रिश्ते खत्म करते हुए नीतीश की पार्टी में जाने का मन बना चुके हैं।