भोपालपटनम में पोनी पसरा योजना हो रही फ्लॉप,, अधिकारी मस्त,,
भोपालपटनम,, भोपालपटनम बीजापुर जिला अंतर्गत क्षेत्र में नगर पंचायत के द्वारा पोनी पसरा योजना के अंतर्गत 10 लाख रुपए खर्च कर बनाया गया था ,,परंतु अल्प समय में ही पोनी पसरा योजना की हवा निकल गई, और उद्घाटन के पूर्व ही बाजार की गुमटियां जवाब देने लगी है ,घटिया और गुणवत्ताहीन कार्य होने की वजह से अब सब्जी व्यवसायिक भी पोनी पसरा बाजार में जाने की इच्छुक नहीं है, जानकार सूत्रों ने बताया कि लगभग ढाई वर्ष हो गए हैं इसका निर्माण किया हुआ परंतु अब तक उद्घाटन नहीं किया गया है जिसके पीछे कारण यह है कि घटिया और गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य होने के साथ-साथ कार्य योजना भी अनुचित थी, नगर पंचायत भोपालपटनम के इंजीनियर और निर्माणाधीन एजेंसी, ठेकेदार मुख्य नगर पालिका अधिकारी के साठ गांठ की वजह से शासन को 10 लाख रुपए पूरी तरह नुकसान हो गया और अभी तक किसी को लाभ नहीं मिला है ,जिसे लेकर भोपालपटनम के सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों ने मोर्चा खोल दिया है और कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग किया है,
सब्जी बाजार का उपयोग नहीं होने की वजह से अब वह पार्किंग स्थल बना,,,
शासन की योजना का लाभ सब्जी व्यापारियों को नहीं मिल रहा है परंतु अब भारी वाहन सड़क के किनारे खड़े कर मार्ग को अवरुद्ध कर दिए हैं जिसकी वजह से कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है और इस दुर्घटना का जिम्मेदार नगर पंचायत भोपालपटनम ही होगा,,
नगर पंचायत भोपालपटनम
शासकीय योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही बरती जा रही है इसका प्रत्यक्ष उदाहरण देखा जा सकता है। यहां पौनी पसारी योजना के तहत नगर पंचायत द्वारा बड़ी राशि खर्च कर शेड और चबूतरा का निर्माण कराया गया है लेकिन है कि इसका सदुपयोग नगर पंचायत नहीं करा सका है इसकी वजह से यह योजना असफल हो रही है,,,
जानिए क्या है पौनी पसारी योजना,,
इस योजना के अंतर्गत
कुम्हार,
कपड़े धोने वाले
जूते चप्पल बनाने वाले
लकड़ी से सम्बंधित कार्य
पशुओं के लिए चारा
सब्जी भाजी उत्पादन
कपड़ों की बुनाई
कपड़ों की सिलाई
कंबल बनाने वाले
मूर्तियां बनाने वाले
फूलों का व्यवसाय
पूजन सामग्री बनाने वाले
बांस का टोकना
केशकर्तन
दोना पत्तल बनाने वाले
चटाई बनाने वाले
आभूषण बनाने वाले
सौंदर्य सामग्री बनाने वाले लोग
पौनी पसरी योजना का लाभ ले सकते हैं,
इस योजना से
मशीनों से बने खिलौने, पेंट से बने शिल्प और मशीनों से बनी चीजें देखते हैं। पहले इन वस्तुओं को प्रतिभाशाली व्यक्तियों द्वारा हाथ से बनाया जाता था। पहले ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्ति आराम से जीवन व्यतीत करते थे, लेकिन अब, प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप के कारण, वे आर्थिक रूप से पीड़ित हैं। पारंपरिक काम करने वाले लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने पौनी पासारी योजना फिर से शुरू की थी,,
पारंपरिक व्यवसाय को बढ़ावा देने के प्रयास में, सरकार ने ‘पौनी पसरी’ योजना शुरू की है।
परंतु भोपाल पटना क्षेत्र में पौनी पसरी योजना पूरी तरह फेल हो गई है,,00